NOT KNOWN FACTS ABOUT HANUMAN CHALISA

Not known Facts About hanuman chalisa

Not known Facts About hanuman chalisa

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[RamDoota=Lord Ram messenger; atulita=measured; atilita=immeasurable; bala=electricity; dhama=abode; Anjani=of Anjana; putra=son; pavana=wind; suta=son; naama=identify]

बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार ।

कुमति निवार सुमति के सङ्गी ॥३॥ कञ्चन बरन बिराज सुबेसा ।

tinoTinoThree lokLokWorlds hānkaHānkaFear te kāpaiTe kāpaiShake / tremble Which means: You by yourself can endure your personal power/splendor. All 3 worlds (Svarka, Patala and Pritvi) would tremble at your roar.

Disorders will likely be finished; all pains is going to be gone every time a devotee continually repeats Hanuman the brave’s name.

व्याख्या — श्री हनुमन्तलाल जी समग्र विद्याओं में निष्णात हैं और समस्त गुणों को धारण करने से ‘सकल–गुण–निधान’ हैं। वे श्री राम के कार्य सम्पादन हेतु अत्यन्त आतुरता (तत्परता, व्याकुलता) का भाव रखने वाले हैं। क्योंकि ‘राम काज लगि तव अवतारा’ यही उद्घोषित करता है कि श्री हनुमान जी के जन्म का मूल हेतु मात्र भगवान् श्री राम के हित कार्यों का सम्पादन ही है।

श्रीरघुबीर हरषि उर लाये ॥११॥ रघुपति कीह्नी बहुत बड़ाई ।

The authorship with the Hanuman Chalisa is attributed to Tulsidas, a poet-saint who lived from the sixteenth century CE.[ten] He mentions his title in the last verse in the hymn. It is claimed while in the 39th verse of the Hanuman Chalisa that whoever chants it with entire devotion to Hanuman, could have Hanuman's grace.

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સાળંગપુર હનુમાનજી શ્રી કષ્ટભંજનદેવ – દર્શનનો સમય

व्याख्या – श्री हनुमान जी से अष्टसिद्धि और नवनिधि के अतिरिक्त मोक्ष या भक्ति भी प्राप्त की जा सकती है। इस कारण इस मानव जीवन की अल्पायु में बहुत जगह न भटकने की बात कही गयी है। ऐसा दिशा–निर्देश किया गया है जहाँ से चारों पुरुषार्थ (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) प्राप्त किये जा सकते हैं।

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आप सुखनिधान हैं तथा सभी सुख आपकी कृपा से सुलभ हैं। यहाँ सभी सुख का तात्पर्य आत्यन्तिक सुख तथा परम सुख से है। परमात्म प्रभु की शरण में जाने पर सदैव के लिये दुःखों से छुटकारा मिल जाता है तथा शाश्वत शान्ति प्राप्त होती है।

O Hanuman! All ailments and all sorts of pain get eradicated when a person recites or chants Your title. As a result, chanting Your title frequently is regarded as being really substantial.

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